Short Romantic Love Stories In Hindi – रोमेन्टिक लव स्टोरी

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Short Romantic Love Stories In Hindi :- शहर के कॉलेज में पढ़ने वाला अमित जब छुट्टियों में अपने गांव आया तो उसकी मां ने कहा, ‘मेरी दोस्त चंदा आई थी। उसे और उसकी बेटी रंभा को तुम्हारी बहुत याद आती है। उसने कहा है कि जब भी तुम गांव आओ तो उससे मिलने उसके गांव जरूर आना, क्योंकि अब रंभा तुम्हारे साथ पढ़ेगी। यह सुनकर अमित अगले ही दिन अपनी मां की सहेली चंदा के गांव चला गया। जब अमित वहां पहुंचा तो चंदा और उसके सभी परिवार के सदस्य खेत पर गए हुए थे। रंभा घर पर अकेली थी। वह अमित को देखकर बहुत खुश हुई।

रंभा बहुत खूबसूरत थी। जब उसने शहर में पढ़ाई करने की बात कही तो अमित ने उससे कहा, “अगर तुम मेरे साथ शहर में पढ़ोगी तो तुम्हें शहर की लड़कियों की तरह कपड़े पहनने पड़ेंगे।” वहां चुन्नी का फैशन नहीं है” अमित ने उसकी चुन्नी हटा दी और उसके हाथ रंभा के सुडौल स्तनों से टकरा गए। उसके स्पर्श से अमित के शरीर में बिजली का झटका सा लगा।रंभा भी चौंक गई। वह हैरानी से उसकी ओर देखने लगी, फिर अमित ने उससे कहा, “यह लंबी सलवार भी काम नहीं आएगी।”

वहां तुम्हें शहर की लड़की की तरह रहना होगा। तुम्हें उनके जैसे बच्चों से दोस्ती करनी होगी। तुम्हें उनके साथ वही करना होगा जो गांव की लड़कियां शादी के बाद करती हैं,” वह उसकी ओर देखने लगा, फिर वह शरमा गई, “यह सब पाप है। “पाप-पुण्य के चक्र में फंसी हुई, अगर तुम यह सब नहीं कर सकती, तो इसी गांव में खाना बनाने का काम करके अपनी जिंदगी गुजार दोगी,” उसने उसकी ओर देखते हुए कहा, “तुम खूबसूरत हो। हां, पढ़ाई करो और शहर में जिंदगी का मजा लो।” इसके बाद अमित बार-बार उसके नाजुक अंगों को छूने लगा।

उसके हाथ का स्पर्श रंभा के शरीर में बिजली के करंट की तरह महसूस हो रहा था। वह उत्तेजित हो रही थी। रंभा के माता-पिता शाम को ही खेत से घर आते थे, इसलिए उन्हें किसी के आने का डर नहीं था। यह सोचते हुए रंभा ने धीरे से उससे कहा, “चलो, पीछे वाले कमरे में चलते हैं।” यह सुनकर अमित ने उसे गोद में उठा लिया और पीछे के कमरे में ले गया। थोड़ी देर में ही उन दोनों ने वह कर दिखाया जो उन्हें नहीं करना चाहिए था। दोनों के संतुष्ट होने के बाद रम्भा ने देशी घी का गरम हलवा बनाकर परोसा।

हलवा खाने के बाद अमित चैन की नींद सो गया। उसे सोता देख रम्भा को फिर से उसके साथ सोने का मन हुआ। वह उसके ऊपर लेट गई और उसे चूमने लगी, तभी अमित ने उससे कहा, “क्या तुम्हारा दिल फिर से धड़क रहा है?”

“तुमने मुझे प्यार का चुम्बन दिया है,” रम्भा ने अमित के कपड़े उतारते हुए कहा। इस बार प्यार का खेल खेलते हुए वे कुछ ही देर में थक गए, क्योंकि वे दोनों इतनी बार प्यार करने के बाद इतने थक गए थे कि गहरी नींद में सो गए।

शाम को जब रम्भा के माता-पिता खेत से घर लौटे तो अमित को देखकर खुश हुए। रम्भा भी उसकी तारीफ करते नहीं थक रही थी। उसने अपने माता-पिता से कहा, “अब मैं अमित के साथ रहूँगी और शहर में अपनी पढ़ाई पूरी करूँगी। ,
यह सुनकर उसके पिता ने कहा, “कल तुम उसके साथ शहर चलो।” वहाँ खूब पढ़ाई करना। थोड़ी-बहुत पढ़ाई हो जाएगी तो अच्छी नौकरी मिल जाएगी। तुम्हारी ज़िंदगी संवर जाएगी। ,

“फिर हम उसकी शादी अच्छे घर में कर देंगे।” आजकल अच्छे घरों के बच्चे पढ़ी-लिखी बहू चाहते हैं,” रंभा की माँ ने कहा, जिस पर अमित ने कहा, “मैं उसे दिन-रात पढ़ाऊँगी और इतना समझदार बनाऊँगी कि वह अच्छे-अच्छे लोगों को भी मात दे देगी।” , रंभा की माँ ने अमित के लिए बढ़िया खाना बनाया। रात 10 बजे उन्होंने उसे ऊपर वाले कमरे में सोने के लिए रख दिया और खाना खाते-खाते बातें करते रहे।

जब अमित सोने के लिए कमरे में जाने लगा तो चंदा ने रंभा से कहा, “कमरे में दो पलंग हैं। तुम भी वहीं सो जाना। वहाँ अमित से बात की और शहर में उसकी जीवनशैली और उसकी पढ़ाई के बारे में पूछा। , यह सुनकर रंभा ने मुस्कुराते हुए कहा, “जब से अमित घर आया है, मैंने उससे बहुत कुछ सीखा है।

पहले मैं बहुत अनाड़ी थी, पर अब मैं इतनी समझदार हो गई हूँ कि अब मुझे असल जिंदगी के बारे में सब पता है। यह सुनकर चंदा खुशी से मुस्कुराई। दोनों ऊपर के कमरे में सोने चले गए थे। कमरे में घुसते ही दोनों एक-दूसरे को घूरने लगे। शहर में पहुँचकर अमित रंभा के लिए नए फैशन के कपड़े खरीदता है, जिन्हें पहनकर वह किसी फिल्मी हीरोइन की तरह फैशनेबल हो जाती है। अमित ने उसका कॉलेज में एडमिशन भी करवा दिया।

कॉलेज में जाने के बाद अमित ने रंभा के कई अमीर दोस्तों से दोस्ती कर ली और रंभा ने भी अपनी कई सहेलियों से अमित की दोस्ती करवा दी। गाँव की सीधी-सादी लड़की रंभा शहर की जिंदगी में इतनी रम गई थी कि वह दिन में पढ़ाई करती और रात में अमित और उसके दोस्तों के साथ खूब मस्ती करती। जब रंभा दूसरी लड़कियों की तरह सज-धज कर शहर से अपने गाँव जाती तो उसे देखकर सभी हैरान रह जाते।

उसे देखकर उसकी दूसरी सहेलियाँ भी शहर में पढ़ने लगीं और अपने माता-पिता से उसकी तरह शहर में पढ़ने की जिद करने लगीं। अब अमित अपने गाँव के दोस्तों के साथ मौज-मस्ती करने लगा। रम्भा की तरह वह भी उससे प्यार करता था।

 

 

 

Meri Kahani
Merikahani

दोस्तों मेरा नाम पंकज है | मैं एक Digital Marketer और Blogger हूँ | मैं अपने इस ब्लॉग में आपके लिए मोटिवेशन से भरपूर कहानिया लेकर आता रहूँगा , जिससे आपको Motivation मिलेगा |

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